विज्ञान क्या होता हैं

साइंस विज्ञान हमें अपने जीवन एवं दुनिया का ज्ञान प्राप्‍त करने का एक माध्‍यम हैं। मनुष्य जब जन्म लेता हैं। उस समय उसको दुनिया के बारे में कुछ भी पता नहीं होता हैं। धीरे धीरे आदमी जब बड़ा होने लगता हैं, तो उसको दुनिया की जानकारी भी होने लगती हैं। 

ठीक वैसे ही पहले एक समय था, जिस समय विज्ञान की बहुत ही कम जानकारियां लोगों के पास थी।  लेकिन धीरे-धीरे लोग इस दुनिया में जो भी चीजें हैं, उसकी जानकारी प्राप्त करते गए। जिससे वर्ल्‍ड में नई नई चीजें लोग जानने लगे.

विज्ञान क्या हैं

विज्ञान दो शब्दों से मिलकर बना हैं, वि + ज्ञान। वि शब्‍द का मतलब विस्तार से होता हैं, और ज्ञान शब्द का मतलब जानकारी प्राप्त करना होता है। 

अब दोनों शब्द को मिला करके विज्ञान शब्द का मतलब नीचे विस्‍तार से जानेंगे। विज्ञान का मतलब ज्ञान ,विद्या, अध्ययन, अवलोकन, प्रयोग करना, विशेष ज्ञान, प्रकृति का अवलोकन करना होगा। 

विज्ञान एक प्रकार का ऐसा ज्ञान हैं। जो निरंतर प्रयोग करने से, निरंतर अध्ययन करने से प्राप्त होगा। निरंतर रिसर्च करने से प्राप्त होगा।

Vigyan kya hai in hindi - विज्ञान क्या हैं

साइंस क्या हैं

साइंस को हिंदी में विज्ञान कहते है। जिससे ज्ञान प्राप्त होता है। इसकी सहायता से हम प्रकृति का ज्ञान प्राप्त करते है।

इस पूरे ब्रह्मांड में पाए जाने वाला हर एक चीज़ पर अनुसंधान करते है। साइंस, भौतिकी, जीव विज्ञान, रासायन, गणित, भूगोल, खगोल विज्ञान को अलग अलग शाखाओं में विभाजित किया गया है।

इन सभी विषयों से विज्ञान की अलग अलग प्रकार की जानकारी प्राप्त किया जाता है। इससे ही हम कई प्रकार के तकनीकी अविष्कारों को भी साकार कर पाए।

वर्ल्‍ड के विकास में साइंस का सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण भूमिका है। सामाजिक स्तर पर कई प्रकार के बेहतर अनुसंधान के लिए भी इसका उपयोग किया जाएगा। 

आज संसार में कई अलग अलग रोगों का सामना करना पड़ रहा हैं। जिसके लिए साइंस एक बहुत बड़ा वरदान हैं। जिससे अनेक रोगों का इलाज संभव हो पा रहा हैं। 

विज्ञान का एक उदाहरण

विज्ञान और तकनीक का ही परिणाम हम अपने चाल की गति का पता लगा सकेंगे। यदि आप लगातार 2 किलोमीटर तक चलेंगे, तो चलने की रफ्तार आसानी से समझ सकेंगे। अगर आप जानना चाहेंगे, कि कितने देर में 2 किलोमीटर की यात्रा तय किए, तो उसका भी सही आकलन पता कर पाएंगे।

साइंस अनुसंधान प्रमाणिक होता हैं। यह बिना प्रमाण कुछ भी नहीं बताएगा। विज्ञान शास्त्र काल्पनिक नहीं हैं। इससे जो भी अनुसंधान होगा उसका प्रमाण होगा।

विज्ञान को समझने के लिए अपने आसपास किसी भी वस्तु को उदाहरण के लिए लिया जा सकेगा। जब किसी वस्तु को ऊपर की तरफ उछाला जाता हैं, तब वह वस्तु कुछ देर तक ऊपर की तरफ जाएगा। उसके बाद फिर नीचे की तरफ गिरने लगेगा। 

ऐसा क्यों होगा? इसका भी विज्ञान द्वारा ही पता लगाया गया। इस तरह की जो भी घटनाएं होगी, उसको गुरुत्वाकर्षण बल Gravitational Force कहते हैं। वर्ल्‍ड के महान वैज्ञानिक Isaac Newton द्वारा गुरुत्वाकर्षण बल पर अध्ययन किया गया था।

ठीक इसी प्रकार यदि आपके अगल बगल में कुछ इस तरह की घटनाएं होगी, उसके बारे में आप साइंस की सहायता से जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। 

विज्ञान का महत्व

साइंस एक माध्‍यम हैं। जो कि पूरी तरह से प्रैक्टिकल चीजों के आधार पर प्रमाणित होता हैं। जिसमें अनुमान का कोई स्थान नहीं। विश्‍व में जितनी भी चीजें है।, उनको दुनिया के महान वैज्ञानिकों द्वारा बताया गया। इन सभी चीजों का अनुसंधान हुआ हैं।

जैसे एक हवाई जहाज ही उदाहरण ले लिया जाए, तो इसको बनाने के लिए प्रैक्टिकल अनुसंधान किया गया था। जिसके बाद हवाई जहाज को बनाया गया।

संसार में कई ऐसी प्रमुख चीजें हैं। जो आज से कुछ वर्ष पहले नहीं थी। लेकिन दुनिया के वैज्ञानिकों द्वारा वैसी चीजों को रिसर्च से बनाया गया। जो कि बहुत ही उपयोगी और महत्वपूर्ण हैं। 

उदाहरण के लिए कंप्यूटर जब दुनिया में नहीं था, तब संसार में काम करने के लिए एक अलग तरह की व्यवस्था थी। लेकिन आज कंप्यूटर आने के बाद संसार में नई क्रांति संचार हुआ।

आज कंप्यूटर के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकेगी। क्योंकि आज कंप्यूटर को हटा दिया जाए, तो विकास की गति पूरी तरह से बाधित हो जाएगी। 

विज्ञान की जानकारी बच्चों को पढ़ाई की शुरुआत समय से ही दी जाती हैं। जिसमें तरह-तरह का प्रयोग भी बताया जाता हैं। आगे चलकर वही बच्चे अनेक बड़े-बड़े प्रयोग करते हैं। जिससे दुनिया में नई नई चीजों की जानकारी मिल पाएगी।

विज्ञान के प्रकार

साइंस शब्द को पूरी तरह से बताने के लिए इसको अलग-अलग विषय के रूप में परिभाषित किया गया। जिसको नीचे बताया गया हैं। विज्ञान को मुख्य रूप से तीन भागों में बांटा गया। जिसमें भौतिक विज्ञानशास्त्र, रसायन शास्त्र और जीवविज्ञान प्रमुख हैं।

1. भौतिकी (Physics)

Vigyan का मूल रूप से प्रमुख शाखा भौतिकी हैं। प्रकृति में जितने भी घटनाक्रम होंंगे, उन सभी घटनाओं की जानकारी भौतिक के प्रयोग द्वारा प्राप्त कर सकेंगे।

भौतिक विज्ञान को अंग्रेजी में Physics कहा जाता हैं। फिजिक्स शब्द का मतलब प्रकृति की जानकारी प्राप्त करना होगा। जिसको अंग्रेजी में नॉलेज ऑफ नेचर भी कहा जाएगा।

फिजिक्स शब्द का निर्माण ग्रीक शब्द से हुआ। इस ब्रह्मांड में जो भी खगोलीय घटनाएं होगा, उसका जानकारी प्राप्त हो पाएगा।

जैसे कि ऊपर इस लेख में एक गेंद का उदाहरण दिया गया हैं। जब 1 गेंद को ऊपर फेंका जाएगा, तब उसका भार एवं दबाव नीचे की तरफ ही होगा। ऐसा क्यों होगा? इसको भौतिकी वैज्ञानिक Isaac Newton ने भौतिकी का अनुसंधान करके ही पता लगाया था।

2. रसायन शास्त्र (Chemistry)

इस वर्ल्‍ड में जो भी वस्तु, पदार्थ हैं, उसका गुण तथा बदलाव की जानकारी प्राप्त करने के लिए रसायन शास्त्र एक महत्वपूर्ण अंग हैं।

रसायन शास्त्र एक ऐसा विज्ञानशास्त्र हैं। जिसके द्वारा किसी भी वस्तु, पदार्थ की संरचना, गुण पता लगाया जाएगा। वैसा वस्तु, पदार्थ जो समय समय से बदलते रहेगा, वैसे पदार्थों को जानना और प्रयोग करना भी रसायन द्वारा ही संभव हो पाया।

रसायन शब्द दो शब्दों से मिल करके बना हैं। रस + आयन। जिसका मतलब होगा, वैसा वस्तु, पदार्थ, जो रस से भरा हो। उसके द्रव्य का अध्ययन करना, उसके घटनाओं का अध्ययन करने को रसायनविज्ञान कहते है।

रासायनिक पदार्थों का आकलन करना, अध्ययन करने की कला को रसायनविज्ञान कहा जाता है। रसायन का अंग्रेजी केमिस्ट्री होगा। केमिस्ट्री शब्द केमिस्ट शब्द से बना हो। जिसका मतलब रसायनज्ञ, रसायन शास्त्री होगा।

दुनिया में जितनी भी तरह की दवा, मेडिसिन तैयार की जाती हैं, उसे बनाने में रसायन की बहुत बड़ी भूमिका है। क्योंकि विश्‍व के सभी रसायन शास्त्री रसायन का ही अनुसंधान करते है। वह तरह-तरह के शोध एवं अध्ययन के आधार पर विश्‍व में तरह-तरह की दवाओं को तैयार करते है।

3. जीवविज्ञान (Biology)

साइंस का तीसरा सबसे महत्वपूर्ण अंग जीवविज्ञान हैं। जिसको अंग्रेजी में बायोलॉजी नाम से जानते हैं। बायोलॉजी का निर्माण दो शब्दों से हुआ, बायो + लोजी। जिसका मतलब जीव विज्ञान होगा। यह विज्ञान का वह शाखा हैं, जिसमें जीव का अध्ययन किया जाता हैं।

इसके तीन प्रमुख शाखाओं में जीव विज्ञान का भी प्रमुख स्थान हैं। क्योंकि इसके द्वारा ही विश्‍व में जितने भी सजीव जीव हैं, उनका अध्ययन किया जाएगा।

दुनिया में अलग-अलग बहुत सारे जीव पाए जाते हैं। जिनके बारे में हर समय अनुसंधान, रिसर्च किया जाता हैं। क्योंकि पहले बहुत से ऐसे जीव थे, जिसकी जानकारी नहीं था। 

विश्‍व में अभी भी बहुत से जीव जंतु हैं। जिसका पता नहीं होगा। वैसे जीवों को जानने के लिए वैज्ञानिक लगातार अनुसंधान करते रहते हैं। बायोलॉजी द्वारा मानव जीवन का ज्ञान प्राप्त कर पाएंगे।

किसी भी जीव की नॉलेज प्राकृतिक विज्ञान द्वारा प्राप्त कर पाएंगे। Biology द्वारा जीवों के शारीरिक बनावट, शारीरिक बदलाव का भी अध्ययन किया जाता हैं। जीव विज्ञान के और भी दो प्रमुख भाग हैं। जिसके बारे में भी नीचे जानकारी दी गई हैं।

3.1 जंतु विज्ञान (Zoology)

जीव विज्ञान का ही एक भाग जंतुविज्ञान हैं। जिसमें दुनिया के सभी जीवों का उनका अध्ययन किया जाएगा। जीव के खाने पीने की चीजें,शारीरिक रूप, रंग, बनावट एवं उनके विकास का नॉलेज प्राप्त किया जाएगा।

दुनिया में बहुत तरह के जीव होंगे। जिनका अभी भी लोगों को पूरी जानकारी नहीं होगी। जिस पर अध्ययन किया जा रहा हैं। 

3.2 वनस्पति विज्ञान (Botany)

जीव विज्ञान का एक प्रमुख अंग वनस्पति विज्ञान हैं। जिसके द्वारा दुनिया के सभी पेड़-पौधों का अध्ययन किया जाएगा। पेड़-पौधे मानव जीवन के लिए बहुत ही जरूरी हैं। क्योंकि यदि इस प्रकृति, पर्यावरण में पेड़-पौधे न हो तो जीवन की कल्पना ही नहीं की जा सकेगी। सभी पेड़-पौधों के बारे में वनस्पति विज्ञान का अध्ययन किया जाता हैं। जिसके द्वारा पेड़-पौधों का रखरखाव एवं विकास का नॉलेज प्राप्त होगा।

विज्ञान के जनक कौन थे

विज्ञान की कई शाखाएं हैं. जिसमें भैतिकी, रसायन और बायोलॉजी आते हैं. विज्ञान को भी प्राचीन, आधुनिक कई भागों में बांटा गया है. जिसमें अलग-अलग क्षेत्र में अलग-अलग वैज्ञानिकों को जनक कहा गया है. 

महर्षि कनाथ

प्राचीन भारतीय विज्ञान के परमाणु वाद का जनक महर्षि कनाथ को माना गया है. क्योंकि उन्होंने ही सबसे पहले परमाणु वाद के सिद्धांतों का उल्लेख किया था. उन्होंने माना कि इस पृथ्वी पर जितने भी समान व वस्तुएं हैं. वह एक छोटे-छोटे अणुओं से बनी है. उसी को उन्होंने परमाणु नाम दिया. 

महर्षि चरक

विज्ञान का हीं एक शाखा चिकित्सा विज्ञान को भी माना जाता है. जिसके जनक महर्षि चरक को माना गया है. क्योंकि आयुर्वेद के जनक महर्षि चरक ही थे. इन्होंने आयुर्वेद के क्षेत्र में चरक संहिता ग्रंथ लिखा. जिसमें उन्होंने सभी बीमारियों को ठीक करने के लिए आयुर्वेदिक उपचार और तरीकों का वर्णन किया.

गैलीलियो गैलिली 

इन्हें आधुनिक विज्ञान का जनक कहा जाता है. यह एक इटली के वैज्ञानिक, खगोल शास्त्री, दार्शनिक और गणितज्ञ थे. जिन्होंने विश्व में कई खगोलीय खोज को आसान बनाने के लिए अपवर्तक दूरबीन का अविष्कार किया. जिसके द्वारा सौरमंडल में और अंतरिक्ष में जितने तथ्य है. उसके बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए दूरबीन का उपयोग किया जाने लगा. 

गैलीलियो को अवलोकन विज्ञान का पिता भी कहा जाता है. क्योंकि इन्होंने खगोल विज्ञान, भैतिकी क्षेत्र में कई महत्‍वपूर्ण कार्य किया. इसीलिए इन्हें अल्बर्ट आइंस्टीन ने आधुनिक विज्ञान का भी जनक कहा.

अरस्तु

जीव विज्ञान के जनक अरस्तु को कहा जाता है. यह एक ग्रीक दार्शनिक थे. जिन्होंने जानवरों, अनेक पेड़-पौधों पर कई अनुसंधान किया. साथ ही पृथ्वी पर जितने जीवधारी है. उनके संरचना और उनको कार्यों बारे में बहुत दिनों तक अध्ययन किया. उन्‍होंने जानवरों को भी अलग अलग वर्ग बांटा. जंतु इतिहास नामक किताब भी इन्‍होंने लिखा. जिसमें जंतु कैसे जनन करते हैं. कैसा उनका स्‍वभाव होता हैं. उनकी रचना का पूरा विवरण हैं.

आइजैक न्यूटन 

इन्हें भौतिक शास्त्र का जनक कहा जाता है. न्यूटन ने गुरुत्वाकर्षण और गति के सिद्धांतों को अनुसंधान करके लोगों के सामने प्रस्तुत किया. इसी अनुसंधान द्वारा कई शाखाएं भी विकसित की गई. उन्होंने एक किताब लिखा. जिसका नाम प्रिंसिपिया है. जिसमें उन्होंने विज्ञान के सभी ढांचे की जानकारी दी है. जिससे इस क्षेत्र में कई बदलाव हुए. 

एंटोनी लावॉयजियर

इन्हें रसायन विज्ञान का पिता कहा गया है. क्योंकि इन्होंने आधुनिक रसायन विज्ञान की शुरुआत की थी. इन्होंने ऑक्सीजन की और उसकी दहन के सिद्धांत का खोज किया.

विज्ञान के फायदे

1. मेडिसिन – हमारे जीवन में मेडिसिन की बहुत बड़ी भूमिका है। क्योंकि हमारे शरीर के अंदर कभी कभी ऐसे रोग उत्पन्न हो जाएगा, जिसको ठीक करने के लिए मेडिसिन की आवश्यकता होती है। साइंस द्वारा ही मेडिसिन संभव हो पाया। 

2. मेडिकल इंस्ट्रूमेंट – मेडिकल क्षेत्र में कई मेडिकल इंस्ट्रूमेंट का उपयोग किया जाता है। जो Vigyan के अध्ययन के आधार पर ही बनाया गया।

3. कंप्यूटर – वैज्ञानिकों द्वारा विज्ञान के आधार पर ही कंप्यूटर की जानकारी प्राप्त किया गया। जिससे आज दुनिया में सभी प्रकार का काम बहुत ही आसान हो गया। 

4. हवाई जहाज – आज हम लोग हवाई जहाज से यात्रा करते है। यह विज्ञान का ही देन है। इसकी सहायता से कई प्रकार के अनुसंधान किए गए , जिसमें हवाई जहाज एक प्रमुख अनुसंधान है। 

5. रेलगाड़ी – आज दुनिया में रेलवे एक बहुत बड़ा यात्रा करने का साधन है। जो कि साइंस अध्ययन के कारण ही संभव हो पाया.

6. सोशल साइट – आज तकनीक इतना ज्यादा आगे बढ़ गया, जिससे अब घर बैठे हमलोग अपने मित्र, संबंधी से वीडियो कॉल से बात कर पा रहे है। सोशल मीडिया द्वारा एक-दूसरे साथ जुड़ कर अपना फोटो या मैसेज साझा कर रहे हैं।

विज्ञान से नुकसान

चाहे कोई भी चीज हो जितना ही ज्यादा उसका फायदा होगा। उसका कुछ दुष्परिणाम भी होगा। आइए विज्ञान के कुछ नुकसान नीचे जानेंगे।

विज्ञान का गलत उपयोग – साइंस एक शोध का माध्यम है। जिसके द्वारा तरह-तरह के अध्ययन किया जाता हैं। साइंस का उपयोग लोग गलत तरह के कामों को भी कर रहे हैं। जिससे आज दुनिया में अनेक हथियार बनाया जा रहे हैं। जिसके वजह से पूरी दुनिया को खतरा हो सकता हैं।

नशीले पदार्थ – साइंस द्वारा अलग अलग अध्ययन करके कुछ नशीले पदार्थ भी तैयार किए जा रहे हैं। जो मनुष्य के लिए बहुत ही हानिकारक होगा।

आज सोशल मीडिया से लोग गलत जानकारी भी फैला रहे है। जिससे समाज में तनाव बढ़ जाता है। सोशल मीडिया का गलत तरीके से उपयोग करके समाज को दूषित किया जा रहा है। 

परिवारिक तनाव – सोशल मीडिया तथा टेक्नोलॉजी के ज्यादातर उपयोग के कारण लोग अब अपने परिवार के साथ भी बैठना उचित नहीं समझते है।

क्योंकि सोशल मीडिया एवं अन्य गतिविधियों में अपना समय व्यतीत करने के कारण परिवार में भी सामंजस्य की कमी हो गयी हैं।

सारांश

विज्ञान एक ऐसी कला, तकनीक,अध्ययन करने की प्रक्रिया हैं। जिसके द्वारा दुनिया की जानकारी प्राप्त किया जा सकेगा. इस पोस्ट में विज्ञान की जानकारी दी गई हैं। फिर भी विज्ञान से संबंधित किसी भी प्रकार का कोई सवाल होगा, तो कृपया कमेंट करके जरूर पूछें।

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