टैली क्या हैं पूरी जानकारी 2024

टैली क्या हैं? किसी भी कंपनी के हिसाब किताब को सही तरीके से मेंटेन रखने के लिए टैली सॉफ्टवेयर का उपयोग किया जाता है. यह एक अकाउंटिंग प्रोग्राम है. जिसके द्वारा कंप्यूटर पर ऑनलाइन किसी भी कंपनी के लाभ, हानि, सेल्स, परचेस आदि के विवरण को अपडेट किया जाता है.

पहले एक समय था जब कंप्यूटर नहीं था उस जमाने में किसी भी कंपनी के हिसाब किताब लाभ हानि सेल परचेज आदि विवरण को लिखने के लिए बड़े-बड़े रजिस्टर पर लाइन खींच कर के अलग-अलग लाइन में कलम द्वारा उसको मेंटेन करना पड़ता था

जिसमें मेहनत के साथ साथ अधिक समय भी लगता था तथा बैलेंस शीट लाभ हानि को कैलकुलेट करने के लिए भी ज्यादा मेहनत करना पड़ता था. केवल सेल्स परचेज एंट्री को अपडेट कर लेने के बाद ऑटोमेटिक सॉफ्टवेयर के द्वारा बैलेंस शीट और लाभ हानि आदि को तैयार कर दिया जाता है.

टैली क्या होता हैं

टैली एक अकाउंटिंग प्रोग्राम है जिसको वर्तमान एंटरप्राइज रिसोर्स प्‍लानिग के नाम से भी जाना जाता है. किसी भी कंपनी में उसका हिसाब किताब सबसे महत्वपूर्ण होता है क्योंकि यदि बहीखाता हिसाब आदि को अच्छे से नहीं मेंटेन किया जाए तो उस कॉरपोरेशन का लाभ हानि पता नहीं चल पाएगा.

इसलिए आज हर एक छोटे से छोटे शॉपिंग सेंटर या उद्योग में उसके सेल्स परचेस एकाउंटिंग से संबंधित जितने भी जरूरी चीज होते हैं उन सभी को टैली पर ही अपडेट किया जाता है. जिससे पूरा हिसाब किताब आसानी से देखा जा सकता है.

इसके द्वारा ही जीएसटी फाइल आदि को भी किया जा सकता है. किसी भी बिजनेस में कितना परचेज कर रहे हैं और कितना सेल हो रहा है उसका सभी डाटा टैली में अपडेट रहता है.

जिससे आसानी से जीएसटी का पूरा इनफार्मेशन तैयार हो जाता है और समय से जीएसटी को भी फाइल कर सकते हैं.

What is Tally in hindi

भारतीय अकाउंटिंग सिस्टम में किसी भी ऑर्गेनाइजेशन या शॉपिंग सेंटर आदि को कितना लाभ हो रहा है उसके बारे में गवर्नमेंट को जीएसटी के माध्यम से बताना पड़ता है तथा भारत सरकार राज्य सरकार को टैक्स भी देना पड़ता है.

इसलिए जो भी प्रोडक्ट परचेज किया जाता है और जो प्रोडक्ट को सेल किया जाता है उसका डिटेल्स टैली में अपडेट किया जाता है. किस चिज पर कितना टैक्स लगा इन सभी चीजों का विवरण भी होता है.

सेल्स पर आपने कितना टैक्स गाहक से लिया और परचेज करते समय कितना टैक्स आपने वहां पर दिया है इन सभी चीजों को टैली में आसानी से देख करके कैलकुलेट कर सकते हैं. उसके आधार पर जीएसटी फाइल भी बहुत ही आसानी से कर सकते हैं.

वैसे सामान्य रूप से टैली का दो प्रकार का सॉफ्टवेयर होता है एक फ्री सॉफ्टवेयर होता है जिसको सीखने के लिए या पढ़ने के लिए उपयोग किया जा सकता है. इसका उपयोग करने के लिए कोई चार्ज नहीं देना पड़ता है.

जबकि यदि अपने बिजनेस व्यापार के हिसाब किताब को टैली पर मेंटेन करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको इसका सॉफ्टवेयर खरीदना पड़ता है 

तभी उसमें सारे चीजों को ऑनलाइन आसानी से मैनेज कर पाते हैं क्योंकि एक फ्री सॉफ्टवेयर में सारा फैसिलिटी उपलब्ध नहीं होता है. 

जबकि 1 paid सॉफ्टवेयर जिसको इंटरप्राइज रिसोर्स Planning सॉफ्टवेयर के नाम से भी जानते हैं. यदि उसको आप खरीदते हैं तो आप अपने एक ऑर्गेनाइजेशन, शॉपिंग सेंटर का सारे हिसाब किताब उस पर आसानी से मेंटेन कर सकते हैं.

टैली का मतलब

टैली शब्द का मतलब भी इसी शब्‍द में छुपा हुआ हैंं। जिसका मतलब टैली करना है यानी कि उसको मिलाना काउंटिंग करना.

इस सॉफ्टवेयर को बनाने का उद्देश्य हिसाब किताब को काउंटिंग करना, मिलाना, उसको आसानी से मैनेज करना, व्यवस्थित करना जिससे किसी भी कॉरपोरेशन का सारा अकाउंटिंग सिस्टम आसानी से उपयोग तथा मैनेज किया जा सके.

इतिहास

इसका इतिहास बहुत ज्यादा पुराना नहीं हैंं। क्योंकि 90 के दशक में इसको बनाया गया था. सबसे पहला सॉफ्टवेयर टैली 4.5 वर्जन के रूप में बनाया गया था जो कि एक Dos आधारित सॉफ्टवेयर था जिसको वर्ष 1990 में बनाया गया था.

उसके बाद से टैली के और कहीं अपडेटेड वर्जन भी बनाया गया हैंं। जिस का जानकारी नीचे इस प्रकार है.

  • 5.4 version 
  • 6.3 version
  • 7.2 version
  • 8.1 version
  • 9 version

Enterprise Resource Planning (ERP) 9 Version है. जोकि टैली का बहुत ही अपडेट एवं बेहतरीन वर्जन है. जिसके द्वारा जीएसटी आदि को भी बहुत ही आसानी से मेंटेन किया जा सकता हैंं। 

टैली का फुल फॉर्म एवं उपयोग

फुल फॉम ऑफ टैली:- transaction allowed in linear line yards.

अपने कंपनी के नाम से टैली सॉफ्टवेयर में अपना कंपनी क्रिएट करते हैं.

  • कंपनी में खरीदे गए सामान की पूरी जानकारी अपडेट करके सेल किए गए प्रोडक्ट की पूरी जानकारी अपडेट करते हैं
  • भाउचर तैयार करना
  • प्राप्‍त करना.
  • कितना सामान सेल किया जा चुका हैंं। उसके बारे में जानना.
  • जीएसटी फाइल करना
  • पेमेंट हिस्ट्री को अपडेट करना और उसको मॉनिटर करना
  • एकाउंटिंग सिस्टम के हर एक काम टैली इआरपी सॉफ्टवेयर पर करना.
  • एकाउंटिंग फाइनेंसियल से संबंधित किसी भी प्रकार की इंट्री को करना.

टैली के फायदे

इसका बहुत ही ज्यादा फायदा ही फायदा है क्योंकि कंप्यूटर पर एक क्लिक करने के बाद आप कंपनी के सारे रिकॉर्ड स्कोर देख सकते हैं. 

टैली का सबसे बड़ा फायदा यह है कि अपने कंपनी का हिसाब किताब प्रॉफिट लॉस के बारे में 1 मिनट में आप पूरा डाटा को देख करके एनालिसिस कर सकते हैं.

जो कि बिना टैली या कंप्यूटर के संभव नहीं था पहले जब किसी कॉरपोरेशन के प्रॉफिट लॉस आदि को कैलकुलेट करना होता था तो उसके लिए कितना दिन का समय लगता था. लेकिन आज इस सॉफ्टवेयर और कंप्यूटर का योगदान है जो कि कंपनी के सारे लाभ हानि आदि को एक क्लिक पर देखा जा सकता है.

टैली का उपयोग किसे करना चाहिए

वैसे छोटे से छोटे व्यापारी जो सेल परचेजिंग या सर्विसेज आदि की सुविधा प्रदान करते हैं जो कि जीएसटी रिटर्न के दायरे में आते हैं जिनका व्यापार का टर्नओवर जीएसटी दायरे के अंदर आता है वैसे लोगों को अपना सारा सेल परचेज या सर्विस का रिकॉर्ड टैली पर तैयार करवाना चाहिए. 

जिससे उनको गवर्नमेंट को जीएसटी फाइल करने में आसानी होगा तथा उनके व्यापार पर किसी भी प्रकार के गवर्नमेंट से संबंधित जांच आदि का सामना नहीं करना पड़ेगा. आसानी से अपने सारे हिसाब किताब लाभ हानि के बारे में जीएसटी द्वारा समय समय से गवर्नमेंट को जीएसटी फाइल करने में आसानी होगा.

छोटे व्यापारी भी अपने व्यापार के जानकारी को टैली पर मेंटेन करना चाहता है जिससे उनको व्यापार में गवर्नमेंट से यदि लोन की सुविधा लेना हो तो आसानी ले सकते हैं. 

वैसे लोग जो जीएसटी लिए हैं और जीएसटी फाइल करते हैं उनको यदि व्यापार से संबंधित किसी भी बैंक से लोन की भी आवश्यकता पड़ती है तो आसानी से उनको लोन मिल जाता हैंं। क्योंकि उनका पूरा व्यवसाय का विवरण ऑनलाइन टैली द्वारा अपडेट किया जाता हैंं।

जिससे सभी जानकारी बैंक को भी प्राप्त हो जाता है तथा जीएसटी रिटर्न से भी पूरा जानकारी व्यापार के बारे में लाभ हानि आदि के बारे में आसानी से मिल जाता है जिससे व्यापार को आगे बढ़ाने में मदद मिल सकता है.

टैली सॉफ्टवेयर कैसे सीखें

बहुत से ऐसे छोटे व्यवसाई हैं जो चाहते हैं कि टैली सॉफ्टवेयर पर वे स्वयं काम करें. ताकि वह अपना इसपर सेल परर्चेज का इंट्री कर सकें. वैसे लोगों के लिए टेली वर्तमान समय में सीखना बहुत ही आसान है। यदि आप अकाउंट के बारे में थोड़ा बहुत भी जानकारी रखते हैं

सबसे पहले आप गूगल या यूट्यूब पर जाकर के इससे संबंधित वीडियो या ट्यूटोरियल को पढ़ सकते हैं. 

उसके बाद अपने कंप्यूटर में इस सॉफ्टवेयर पर प्रैक्टिकल किसी भी तरह की सेल परचेज इंट्री आदि कर सकते हैं. कंपनी बनाना या और भी टैली से संबंधित जो भी वीडियो या ट्यूटोरियल से सीखते हैं उसको प्रैक्टिकल नियमित रूप से अभ्यास करते हैं टैली 3 से 4 महीनों में सीख सकते हैं.

टैली कोर्स में कैरियर

यदि आप एक छात्र हैं और जानना चाहते हैं कि इसे कोर्स में आपका कैरियर भविष्य में कैसा हो सकता हैंं। उसके लिए आपको बताना जरूरी हैंं। यदि इस कोर्स को करते हैं तो आप किसी भी छोटी या बड़ी कंपनी में एकाउंटिंग का काम कर सकते हैं.

जिसमें का शुरुआत का सैलरी कम से कम छोटे शहर में भी वर्तमान समय में 10000 मिल सकता है. धीरे-धीरे जब इस काम में और भी अनुभव प्राप्त करेंगे तो आपका सैलरी इसमें बेहतर हो सकता है और 50 से 60000 महीना भी टैली करके कमा सकते हैं.

कोर्स ड्यूरेशन

यदि किसी भी मान्यता प्राप्त इंस्टिट्यूट संस्थान से इसे सीखना चाहते हैं तो उसके लिए आप किसी संस्थान में नामांकन करा सकते हैं इस कोर्स का ड्यूरेशन 3 से 4 महीने या ज्‍यादा से ज्‍यादा 6 महीने का होता है.

यदि आप इस कोर्स को करना चाहते हैं तो आप अधिक 6 महीने में इस कोर्स को सीख सकते हैं और इससे आप नौकरी भी प्राप्त कर सकते हैं.

सारांश

टैली की पूरी जाकनारी दी गई हैं किसी प्रकार का सवाल कंमेंट बॉक्‍स में लिखें.

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