पुत्र प्राप्ति के लिए डेट कैसे निकाले – पुत्र प्राप्ति को लेकर भारत या पूरे दुनिया में लोग परेशान रहते हैं. इसीलिए उन सभी लोगों के लिए हम अपने अनुभव के आधार पर नीचे आपको स्टेप बाय स्टेप जानकारी दिए हैं. जिनको भी पुत्र प्राप्त नहीं हो रहा है. उनको 99% पुत्र प्राप्ति की गारंटी दी जाती है.
पुत्र लड़का को लेकर लोग सबसे ज्यादा परेशान रहते हैं. भारत में लोग लड़का पैदा करना चाहते हैं. क्योंकि बच्चा लड़का पुत्र वंश का उत्तराधिकारी भी होता है. जिससे आगे आने वाले समय उससे वंश वृद्धि होता हैं. पिता का भार उठता है. जिनको भी पुत्र नहीं हो रहा है. उन सभी लोगों के लिए इस लेख में स्टेप बाय स्टेप जानकारी दिया गया है.
इसमें जो भी बताया गया है. उसका आधार धार्मिक ग्रंथ है. श्रीमद् भागवत महापुराण में वंश वृद्धि पुत्र प्राप्ति का भी चर्चा किया गया है. जिसमें कहा गया है कि जो भी महिला या स्त्री लड़के का जन्म देना चाहती हैं. उसे नीचे बताए गए नियम को फॉलो करना होगा. अक्सर कथाओं में या श्रीमद् भागवत कथा भी बड़े-बड़े विद्वान ने भी इसको लेकर चर्चा किया हैं.
पुत्र प्राप्ति करने के लिए डेट कैसे निकाले
मैं लेखक के रूप में रविशंकर तिवारी श्रीमद् भागवत का भी श्रवण करता हूं. जिसके आधार पर हम आप लोगों के साथ यह इनफॉर्मेशन शेयर कर रहे हैं. जिसमें साफ-साफ लिखा गया है कि आप सही तरीके से अपने गृहस्ट मर्यादा के नियम अनुसार स्वीकार करते हैं. तब आपको पुत्र की प्राप्ति 99% होगी. कभी-कभी आप नियम में ही गलती करते होंगे, तो एक परसेंट चांसेस होगा कि लड़की का जन्म हो जाएगा.
वैसे लेखक के रूप में हम कई लोगों को यह जानकारी दिए हैं. इसके बाद उन सभी लोगों को पुत्र की प्राप्ति भी हुई है. इसीलिए इस पर पूर्ण विश्वास के साथ इसको अपनाया जा सकता है. जिसमें कोई भी दवा या तंत्र-मंत्र की आवश्यकता नहीं होगी. यह एक पूर्ण रूप से समय के आधार पर तय किया गया निर्धारित दिन है. जिसको सही तरीके से फॉलो करना होगा.
जो भी महिला या पुरुष पुत्र को लेकर लगातार कई प्रयास कर चुके हैं. उन्हें यह सलाह दी जाती है कि एक बार इस लेख में बताए गए संतान प्राप्ति के जो तरीके हैं उसको आप लागू कीजिए.
बहुत ऐसे लोग है जिनको केवल पुत्री का ही प्राप्ति हो रहा है. उनके घर वंश वृद्धि में बाधा है उनके घर में संतान का उत्पत्ति नहीं हो रहा है. लोग तरह-तरह का उपाय कर चुके है. फिर भी पुत्र की प्राप्ति नहीं हो रहा है. जिसके कारण लोग डॉक्टर या मंत्रोचार या जो कुछ भी लोग बताते है. उसको करते है लेकिन फिर भी उनको निराशा ही हाथ लगती है.
संतान प्राप्ति के लिए नियम
संतान प्राप्ति के लिए जो भी माता इच्छुक हैं उनको कुछ नीचे बताए गए नियम पालन करने की जरूरत है जो भी स्त्री पुत्र जन्म देना चाहती है या प्राप्त करना चाहती है उनको विशेष रूप से इन नियमों का पालन करना है. जब स्त्री को पीरियड प्रारंभ होगा उस दिन से यह नियम शुरू करना है.
मान लीजिए कि किसी स्त्री को पीरियड आज रात्रि 12:00 बजे के बाद से लेकर कल रात्रि 12:00 बजे के पहले तक के बीच में जब शुरू हो रही है.
उसी दिवस से पीरियड को गिनना प्रारंभ किया जाएगा. जैसे किसी स्त्री को आज अशुद्धि अवस्था शुरू हुआ हैं, तो उस दिन से चौथे, छठवें, आठवें, दसवे, 12वें, 14वें, 16वें, 18वें, दिन ही गृहस्थ मर्यादा स्वीकार करना होगा.
इस डेट के अलावा किसी भी रोज आपको गृहस्थ मर्यादा स्वीकार नहीं करना हैं. नियम आप कड़ाई से पालन करेंगें तभी यह 100% काम करेगा.
जैसे यदि किसी स्त्री को पीरियड आज रात्रि 12:00 बजे के बाद शुरू हुआ तो उसको आज से 4 दिन गिनती करना हैं। यदि किसी स्त्री को पीरियड आज रात्रि 12:00 बजे के 1 मिनट पहले, 2 मिनट पहले, 5 मिनट पहले भी शुरू हुआ होगा, तो उसको कल से ही 4 दिवस गिनती करना होगा.
पीरियड के बाद किस दिन संंबंध बनाने पर पुत्र कैसा होगा
अशुद्धि अवस्था से चौथे दिवस
स्त्री के साथ गृहस्थ मर्यादा स्वीकार करने से जो पुत्र का प्राप्ति होगा वह लड़का रोगी तथा जीवन में दुख प्राप्त करेगा.
छठवें
गृहस्थ मर्यादा स्वीकार करने से जो पुुत्र जन्म लेगा वह रोगी, कुकर्मी तथा उसको जीवन भर परेशानी ही परेशानी का सामना करना पड़ेगा.
आठवें
पारिवारिक संयम स्वीकार करने से जो पुत्र जन्म लेगा. वह संतान अच्छे स्वभाव वाला अच्छे विचार तथा एक सजीवन उच्च विचार वाला होगा.
दसवे
गृहस्थ मर्यादा स्वीकार करने पर जो संतान होगा वह पढ़ाई में तथा उसके जीवन में दुख का सामना नहीं करना पड़ेगा तथा उसके जीवन में धन या लक्ष्मी का कमी नहीं होगा.
12 वे
पारिवारिक संयम स्वीकार करने से जो संतान जन्म लेगा वह राजा की तरह राजस्वी तेजस्वी ओजस्वी देश का शासन प्रशासन चलाने वाला एक बहुत ही विद्वान पुत्र का प्राप्ति होगा.
14 वें
गृहस्थ मर्यादा स्वीकार करने से जो लड़का होगा वह ऋषि महर्षि धर्मात्मा पुण्यात्मा भगवान का सबसे प्रिय भक्त होगा. उसको अपने जीवन में किसी भी चीज के लिए कमी नहीं होगा तथा उस संतान का नाम पूरे दुनिया में लोग एक अच्छे आदर्श के रूप में जानेंगे. ऐसे ओजस्वी तेजस्वी पुत्र प्राप्ति करने के लिए 12 एवं 14 डेट पारिवारिक संयम स्वीकार करना चाहिए. पैसे से पैसे कैसे कमाए
पीरियड के बाद किस दिन संंबंध नही बनाना चाहिए
किसी भी स्त्री तथा पुरुष को कुछ डेट वैसे होते हैं जिस दिन गिर गृहस्थ मर्यादा स्वीकार नहीं करना चाहिए क्योंकि उस दिन स्त्री के साथ गृहस्थ मर्यादा स्वीकार करने से जो पुत्र या पुत्री प्राप्ति होता हैं.
वह बहुत ही कष्टकारी दुखदाई से भरा हुआ रोगी तथा चोर डकैत का बुद्धि विचार वाला पुत्र तथा पुत्री का जन्म होता हैं. अशुद्धि अवस्था जिस डेट से शुरू होता हैं उस तारीख से लेकर चौथे पांचवे छठवें सातवें 13 वे दिन स्त्री के साथ गृहस्थ मर्यादा स्वीकार करने से जो लड़का या पुत्री जन्म लेता हैं.
वह अच्छे विचार अच्छे व्यक्तित्व तथा निरोगी पुत्र या पुत्री नहीं होता हैं इसलिए इस दिन छोड़कर बाकी जो दिन बतलाया गया हैं उस दिवस स्त्री के साथ संबंध बनाने से पारिवारिक संयम स्वीकार करने से जो लड़का या पुत्री जन्म लेता हैं वह तेजस्वी ओजस्वी होता हैं.
संतान प्राप्ति के लिए बेस्ट दिन
जो भी इस लेख में जानकारी दी गई हैं जो नियम बतलाया गया हैं उस नियम में आप 1 मिनट का भी इधर-उधर करके आप गिनती करते हैं तो यह नियम काम नही करेंगा.
पीरियड से चौथे, छठवें, आठवें, दसवे, 12वें, 14 वें, और 16वें दिवस के अलावा आप किसी भी दिन 12:00 बजे रात्रि के बाद 1 मिनट या 2 मिनट के बाद भी आप गृहस्थ मर्यादा स्वीकार नहीं करेंगे.
चौथे का मतलब हैं कि जिस तारीख को पीरियड से शुरू हुआ उस डेट से चौथे दिन 12:00 बजे रात्रि बाद और उस डेट को रात्रि 12:00 बजे के पहले बीच में पारिवारिक संयम स्वीकार करना हैं. ऐसे ही छठवें आठवें दसवे 12वें 14वें 16वें दिवस भी गृहस्थ मर्यादा स्वीकार करना हैं.
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सारांश
पुत्र प्राप्ति के लिए एक महिला डेट कैसे निकाले का पूरा विवरण दिया गया हैं। पुत्र प्राप्ति के उपाय इस लेख में दी गई जानकारी पूरी तरह से सत्य हैं. इसको आप नियम पूर्वक पालन करते हैं, तो आपको 90 से 95 परसेंट गारंटी के साथ पुत्र तथा संतान की प्राप्ति होगी 5 परसेंट किसी किसी के साथ ऐसा होता हैं कि वह भूल चूक नियम में ही कहीं इधर-उधर कर देते हैं जिसके चलते पुत्र की प्राप्ति नहीं होता हैं.
लेकिन इस नियम को सही से समय अनुसार जो दिवस बताया गया हैं. उस दिन में आप 1 मिनट का भी इधर-उधर गलती नहीं करेंगे तो आपको 100% पुत्र तथा संतान की प्राप्ति होगी इसको अपने जीवन में लागू करके जरूर देखें .
इसमें किसी भी तरह की आपको कोई चीज की जरूरत नहीं हैं न किसी दवा की या न पैसे लगाने की जरूरत हैं. तो आप मुफ्त में इस सलाह को एक बार करके देखें और फिर आप दोबारा जब आपको इस नियम से पुत्र संतान की प्राप्ति हो जाए तो आप इस लेख पर आकर कमेंट जरूर करें.
मेरा नाम रवि शंकर तिवारी है और मैं एक MBA (IT) Professional हॅू। जो पिछले 5 वर्षो से एक लेखक और डिजिटल मार्केटर के रूप में काम कर रहा हूँ। टेक्निकल बैकग्राउंड होने के कारण टेक्नोलॉजी, कंप्यूटर, ऑनलाइन कमाई, से संबंधित जानकारियों को शेयर करना मेरा पैशन हैं।