MBA Kya hai? एमबी एक बिजनेस मैनेजमेंट कोर्स है. जिसमें बिजनेस को मैनेज करने की जानकारी दिया जाता है. वैसे छात्र जो ग्रेजुएशन पास कर चुके हैं उनके लिए एमबीए भी एक बेहतर ऑप्शन है. जो छात्र मैनेजमेंट कोर्स करने के लिए इच्छुक है वे यह कोर्स कर सकेंगे.
व्यापार, बिजनेस को मैनेज करने का विशेष गुण सीखने के लिए मैनेजमेंट का कोर्स करना चाहिए. जो भी छात्र अपने भविष्य व्यापार को मैनेज करने वाले क्षेत्र में आगे बढ़ाना चाहते हैं. उनके लिए यह डिग्री अच्छा है.
भारत में या अन्य देशों में भी इस कोर्स का बहुत ही ज्यादा डिमांड है. क्योंकि आज बिजनेस को मैनेज करने के लिए बेहतर मैनेजमेंट स्किल वाले लोगों की जरूरत है. यदि आप अपने भविष्य को व्यापार के क्षेत्र में ही आगे बढ़ाना चाहते हैं तो उसके लिए यह पाठ्यक्रम बहुत ही अच्छा है. क्योंकि आप एमबीए करके स्वयं अपना व्यापार भी करपाएंगे.
What is MBA in Hindi
यह एक बिजनेस मैनेजमेंट प्रोफेशनल कोर्स है. जिसमें व्यापार के मैनेजमेंट की जानकारी प्राप्त किया जाता है. वैसे छात्र जो आगे किसी कंपनी में मैनेजर का पद प्राप्त करना चाहते हैं. या अपने व्यापार को आगे बढ़ाना चाहते हैं उनके लिए खास करके मैनेजमेंट का गुण सीखना सबसे जरूरी है. क्योंकि जब तक आपके पास बिजनेस को अच्छी तरह से मैनेज करने की कला नहीं होगा. तब तक आप व्यापार को अच्छे से आगे नहीं बढ़ा सकते हैं.
एमबीए डिग्री का शुरुआत अमेरिका से हुआ है. बहुत दिन पहले एमबीए दुनिया में नामोनिशान नहीं था. लेकिन अमेरिका के व्यापारियों द्वारा ऐसा महसूस किया गया कि व्यापार को अच्छे से मैनेज करने के लिए कोई एक कोर्स लाना चाहिए. जिससे बिजनेस को मैनेज करने की जानकारी सीखा जा सके. जिसके बाद से अमेरिका में ही एमबीए पाठ्यक्रम का शुरुआत किया गया.
जिसके बाद दुनिया में एमबीए एक मैनेजमेंट प्रोफेशनल कोर्स के रूप में बहुत ही ज्यादा प्रचलित हुआ. आज एमबीए का डिमांड केवल भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में बहुत ही ज्यादा है.
एमबीए का फुल फॉर्म
MBA का फुल फॉर्म मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन होता है. जिसको हिंदी में व्यवसाय प्रबंधन में स्नातकोत्तर कहते हैं. एमबीए कोर्स में व्यापार कैसे करते हैं किसी भी कंपनी का शुरुआत कैसे करें. माकेटिंग के सात पी प्रोडक्ट, प्राइस, प्रमोशन, प्लेस, पीपुल, प्रोसेस, फिजिकल एविडेंस यह सात पी बहुत ही महत्वपूर्ण है.
एमबीए के लिए योग्यता
कोई भी छात्र जो किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से स्नातक की डिग्री प्राप्त कर लिया है वह मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन योग्य है. वैसे सामान्य तौर पर भारत के बेस्ट एमबीए कॉलेज में नामांकन कराने हेतु एंट्रेंस एग्जाम देना पड़ता है. जिसमें आप बेहतर अंक प्राप्त करते हैं तो भारत के जो टॉप कॉलेज है उसमें आपको दाखिला आसानी से मिल जाएगा.
लेकिन यदि आप एंट्रेंस एग्जाम पास नहीं करते हैं तो भी आप प्राइवेट संस्थान में दाखिला ले सकते हैं. जिसके लिए कम से कम योग्यता स्नातक पास होना चाहिए. किसी भी विषय से स्नातक पास छात्र मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन कर सकते हैं. जिनके लिए कोई निर्धारित उम्र सीमा नहीं है. यदि आप ग्रेजुएट है तो कभी भी किसी भी कॉलेज में नामांकन करा कर एमबीए कोर्स कर सकते हैं.
जो भी छात्र एमबीए का डिग्री करना चाहते हैं उन्हें एंट्रेंस एग्जाम देना सबसे अच्छा होगा. क्योंकि जब एंट्रेंस एग्जाम देंगे और उसमें बेहतर अंक प्राप्त करेंगे. तो उनको भारत के टॉप मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन कॉलेज जैसे आईआईएम कॉलेज में नामांकन आसानी से मिल जाएगा. जिससे वे मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन करते हैं तो उनको अच्छा प्लेसमेंट एवं बेहतर सैलरी भी मिलेगा
एमबीए के लिए कॉमन एडमिशन टेस्ट (CAT) एवं मैनेजमेंट एप्टीट्यूड टेस्ट (MAT) यह दो राष्ट्रीय स्तर का एंट्रेंस एग्जाम देना होता हैंं. जिसके लिए आप ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करके इस एग्जाम को दे सकते हैं. कॉमन एडमिशन टेस्ट हर साल आयोजित किया जाता है. जबकि मैनेजमेंट एप्टीट्यूड टेस्ट 1 साल में चार बार आयोजित होता है. जिसके लिए आप ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. उसके बाद इस एग्जाम में शामिल हो कर बेहतर रिजल्ट प्राप्त करके अच्छे कॉलेज में एडमिशन करा सकते हैं.
एमबीए कोर्स ड्यूरेशन
इस कोर्स का ड्रेशन 2 साल का होता हैंं. कोई भी छात्र जो ग्रेजुएशन करने के बाद एमबीए में एडमिशन कराता है उसके लिए इस पाठ्यक्रम का ड्यूरेशन 2 वर्ष का होता है. लेकिन कभी-कभी कोई ऐसे छात्र होंंगे जो किसी प्रकार का लेटरल इंट्री कोर्स तहत आते हैं. उनके लिए यह कोर्स 1 साल में भी हो जाता है. यह तभी होगा, जब उनको किसी कॉलेज में लेटरल एंट्री के आधार पर एडमिशन मिलेगा. वैसे सामान्य तौर पर इस डिग्री का ड्यूरेशन 2 साल का ही होता हैंं.
कभी-कभी ऐसा होता है कि कोई छात्र पीजीडीसीए या कुछ ऐसे ही अन्य डिग्री हैंं. जिनका ड्यूरेशन 1 साल का होगा. वे छात्र जब एमबीए में एडमिशन करना चाहेंगे. उनको लेटरल एंट्री किसी किसी कॉलेज में मिल जाता है. लेकिन यह हर जगह लागू नहीं होता हैं.
अलग-अलग कॉलेज का नियम अलग होता हैंं. इसीलिए लेटरल एंट्री सभी कॉलेजों में मान्य नहीं होता है लेकिन कुछ कॉलेजों में मान्य होता हैंं. जहां पर 1 साल में ही मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन किया जा सकेगा।
एमबीए स्पेशलाइजेशन लिस्ट
सामान्य तौर पर एमबीए में पांच प्रमुख स्पेशलाइजेशन होते हैं. जिसको पांच मुख्य ब्रांच के नाम से भी जाना जाता है. कोई भी छात्र जो एमबीए करेंगे. उनको दो स्पेशलाइजेशन का चयन करना पड़ता है. जिनमें एक मेजर स्पेशलाइजेशन होता है. जबकि दूसरा माइनर स्पेशलाइजेशन होता हैंं.
जब आप 1 साल एमबीए कोर्स को पूरा कर लेते हैं. उसके बाद आपको स्पेशलाइजेशन डिग्री का चयन करना होता हैंं.
- मार्केटिंग
- हुमन रिसोर्स
- इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी
- फाइनेंस
- इंटरनेशनल बिजनेस
मार्केटिंग
मार्केटिंग में विपरण आदि की जानकारी दिया जाता हैंं. जिसमें छात्र को कंपनी के व्यापार को कैसे आगे बढ़ाया जाए. किसी भी कंपनी में प्रोडक्ट या कंपनी के जो भी सेवाएं होती हैं. उसको अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने का काम होता है. तभी उस कंपनी का विकास होता हैंं.
जिसके लिए वैसे लोगों को कंपनी में रखा जाता हैंं. जो मार्केटिंग के विशेषज्ञ होते हैं. कंपनी में सेल, परचेज और मार्केट में किन चीजों का डिमांड हैं. तथा हम अपने कंपनी के प्रोडक्ट को अधिक से अधिक कैसे सेल करा सकते हैं.
मार्केटिंग स्पेशलाइजेशन में सिखाया जाता हैंं. वैसे छात्र जो एमबीए मार्केटिंग से करते हैं उनको किसी कंपनी में सेल्स एंड मार्केटिंग डिपार्टमेंट में नौकरी मिलता हैंं. जहां वे कंपनी के प्रोडक्ट को अधिक से अधिक सेल कैसे करा सकते हैं, कंपनी में प्रोडक्ट के लिए कैसे एडवर्टाइजमेंट कर सकते हैं और उसका प्रमोशन कर सकते हैं.
Human Resource
मानव संसाधन विभाग किसी भी कंपनी का एक मुख्य विभाग होता है. जब कोई भी छात्र एमबीए एचआर स्पेशलाइजेशन से करेंगे उनको कंपनी में एचआर डिपार्टमेंट को कैसे मैनेज किया जाता हैं
जैसे किसी भी कंपनी में जितने भी डिपार्टमेंट होते हैं उन सभी डिपार्टमेंट में बेहतर कर्मचारियों के चयन करना, तथा उनका जॉइनिंग कराना, उनका सैलरी, उनका ट्रेनिंग प्रोग्राम इत्यादि की पूरी जिम्मेवारी होता हैंं. एमबीए एचआर स्पेशलाइजेशन में एचआर डिपार्टमेंट के इन सभी कामों को सिखाया जाएगा. जिसमें कंपनी के ट्रेनिंग डेवलपमेंट कर्मचारियों का चयन रिक्रूटमेंट स्टाफिंग मैनेजमेंट के विशेष गुण सिखाए जाते हैं.
इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी
सूचना प्रौद्योगिकी आज के क्षेत्र में बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण हैंं. क्योंकि किसी भी कंपनी में बिना इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के उपयोग किए. कंपनी के सभी चीजों को अच्छे से मैनेज नहीं किया जा सकेगा। इसीलिए वैसे लोग जो एमबीए इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी स्पेशलाइजेशन से करते हैं.
उनको कंप्यूटर एवं आईटी का विशेष गुण सिखाया जाता हैं. जिससे वह किसी भी कंपनी में कंप्यूटर पर आईटी से संबंधित कामों को मैनेज करने के लिए रखे जाते हैं. इसलिए आप एमबीए इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी से करते हैं तो आपको कंपनी में कंप्यूटर इंटरनेट और आईटी से संबंधित नौकरी के लिए ऑफर मिलता है.
फाइनेंस
एचआर इन फाइनेंस स्पेशलाइजेशन में फाइनेंसियल सिस्टम को मैनेज करने की टिप्स सिखाया जाता है. क्योंकि किसी भी कंपनी में उसका फाइनेंस डिपार्टमेंट बहुत ही महत्वपूर्ण होता है. क्योंकि फाइनेंस डिपार्टमेंट पैसों के लेनदेन खर्च आदि के सभी विवरण को मेंटेन करते हैं. इसीलिए हर एक कंपनी में फाइनेंस डिपार्टमेंट कंपनी का प्रमुख डिपार्टमेंट होता है. जिसमें वैसे लोग होते हैं जो फाइनेंसियल रूप से जानकार होते हैं. एमबीए इन फाइनेंस करके फाइनेंस डिपार्टमेंट में अकाउंट मैनेजर के रूप में काम कर सकते हैं.
इंटरनेशनल बिजनेस
अंतरराष्ट्रीय व्यापार को मैनेज करने के गुण सीखने के लिए एमबीए इन इंटरनेशनल बिजनेस कर सकते हैं. एक देश से दूसरे देश में व्यापार करने के लिए एक्सपोर्ट इंपोर्ट की बेहतर जानकारी होना चाहिए. क्योंकि जब किसी भी प्रकार के बिजनेस को एक देश से दूसरे देश में किया जाता हैं. उसको मैनेज करने हेतु वैसे जानकार लोगों की आवश्यकता होती है. जो इंटरनेशनल बिजनेस के मास्टर होते हैं. इसीलिए एमबीए इंटरनेशनल बिजनेस अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापार को मैनेज करने के लिए किया जाता है.
एमबीए कोर्स सिलेबस
जैसा कि ऊपर बताया है एमबीए 2 साल का कोर्स होता हैंं. जिसमें 4 सेमेस्टर होते हैं हर सेमेस्टर का ड्यूरेशन 6 महीने का होता है. हर 6 महीने पर आप उसका फाइनल एग्जाम देते हैं. इस पाठ्यक्रम को पूरी तरह से कंप्लीट करने के लिए आपको 4 सेमेस्टर का एग्जाम पास करना होगा। जिसका सिलेबस नीचे दिया गया है.
सेमेस्टर वन | सेकंड सेमेस्टर |
प्रिंसिपल एंड प्रैक्टिस ऑफ़ मैनेजमेंट | हुमेन रिसोर्स मैनेजमेंट |
इकोनॉमिक्स फॉर मैनेजरस | रिसर्च मेथाडोलॉजी |
अकाउंटिंग एंड फाइनेंशियल एनालिसिस | ऑपरेशन रिसर्च |
ऑर्गेनाइजेशनल बिहेवियर | मैनेजमेंट अकाउंटिंग एंड कंट्रोल |
बिजनेस स्टेटिक्स | फाइनेंसियल मैनेजमेंट |
मार्केटिंग मैनेजमेंट | प्रोडक्शन एंड ऑपरेशन मैनेजमेंट |
मैनेजरियल कम्युनिकेशन | Business Environment |
प्रैक्टिकल – कंप्यूटर कॉन्सेप्ट्स एंड मैनेजरियल एप्लीकेशन | प्रैक्टिकल – कंप्रिहेंसिव Viva Voce (ऑन ऑल सब्जेक्ट्स) |
थर्ड सेमेस्टर | फोर्थ सेमेस्टर |
Corporate Finance | स्ट्रैटेजिक मैनेजमेंट |
इंटरनेशनल ट्रेड | कॉरपोरेट गवर्नेंस एंड बिजनेस लॉ |
स्पेशलाइजेशन सब्जेक्ट्स | स्पेशलाइजेशन सब्जेक्ट |
Practical – समर ट्रेनिंग प्रोजेक्ट | प्रैक्टिकल – Dissertation |
एमबीए कोर्स कैसे करें
एमबीए कोर्स करने से पहले आपको जानकारी प्राप्त करना चाहिए. जिसके लिए सबसे जरूरी पहले ग्रेजुएशन पूरा करना होगा.
जब आप अपना ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त कर लेंगे. उसके बाद आप एमबीए कर पाएंगे। लेकिन इसके लिए हमने ऊपर बताया हैंं. मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन एक बेहतर संस्थान से करने के लिए आपको कॉमन एडमिशन टेस्ट या मैनेजमेंट एप्टीट्यूड टेस्ट एक्जाम को क्वालीफाई करना पड़ता है. तभी आप भारत के बेस्ट कॉलेज में दाखिला प्राप्त कर पाते हैं। इसीलिए सबसे जरूरी हैंं। आप एमबीए करने से पहले बेहतर तैयारी करें.
जिसके लिए इंग्लिश, रिजनिंग, मैथ, कंप्यूटर यह चार प्रमुख विषयों पर बेहतर अध्ययन करें. तब आप यदि इंट्रेंस एग्जाम में जाएंगे तो आप बेहतर रिजल्ट प्राप्त कर सकते हैं. वैसे भारत के किसी प्राइवेट संस्थान से एमबीए करना चाहते हैं उसके लिए आप डायरेक्ट भी एडमिशन करा सकते हैं.
वैसे सामान्य तौर पर एमबीए करने के लिए आप किसी भी मान्यता प्राप्त कॉलेज से ग्रेजुएशन करें. उसके बाद किसी भी बेहतर कॉलेज में जाकर के एडमिशन कराएं और अपना पाठ्यक्रम पूरा करें.
एमबीए के लिए बेहतर कॉलेज
भारत में एमबीए करने के लिए सबसे बेहतर कॉलेज आई आई एम के जितने भी कॉलेज हैं वह सबसे बेहतर कॉलेज हैं। भारत के अलग-अलग शहरों में आईआईएम अहमदाबाद आईआईएम के और भी जितने भी संस्थान हैं वह एमबीए के लिए सबसे बेहतर हैं। जिसमें एडमिशन कराने के लिए आपको कड़ी मेहनत करना पड़ता है. वैसे भारत के कुछ बेहतर कॉलेज की लिस्ट नीचे दी गई है.
IIM Ahmedabad | IIM Calcutta |
IIM Indore | IIM Udaipur |
IIM Rohtak | IIM Kozhikode |
IIM Lucknow | IIM Kashipur |
IIM Tiruchirappalli | IIM Raipur |
एमबीए कोर्स फ्री
इस र्कोस को करने में कितना फ्री लगता हैंं। बेहतर जानकारी प्राप्त करने के लिए आप जिस कॉलेज से एमबीए करेंगे. वहां पर आपको बेहतर जानकारी मिल सकता हैंं। वैसे भारत में सामान्य तौर पर इस पाठ्यक्रम के लिए कम से कम 300000 से लेकर के अधिक से अधिक 2000000 तक सामान्य कॉलेज हैं। लेकिन यह एक सामान्य आंकड़ा हैंं। इस कोर्स फ्री हेतू आप जहां से एमबीए करेंगे वहां पर बेहतर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
एमबीए करने का तरीका
वैसे इस कोर्स करने का तरीका अलग अलग हो सकता हैंं। कोई भी छात्र जो नियमित रूप से एमबीए करना चाहते होंगे। वह किसी कॉलेज में नामांकन करा करके नियमित रूप से क्लास करके इसे कर सकते हैं।
लेकिन वैसे छात्र जो नियमित रूप से क्लास नहीं करना चाहते हैं और एमबीए भी करना चाहते हैं वह डिस्टेंस डिग्री उपलब्ध कर पाएंगे. जो बिना नियमित रूप से पढ़ाई किए केवल एग्जाम देकर इस पाठ्यक्रम को पूरा कर सकते हैं।
एमबीए के फायदे
वैसे एमबीए करने के फायदे अनेक हैं फिर भी कुछ जो प्रमुख फायदे हैं
- यह एक मैनेजमेंट कोर्स हैंं। इसलिए यदि आप एमबीए करते हैं तो आप मैनेजमेंट के गुण सीख पाते हैं
- व्यवसाय प्रबंधन में स्नातकोत्तर करके आप किसी भी कंपनी में मैनेजमेंट का काम कर सकते हैं जहां पर आपको अच्छा सैलरी भी मिलता हैंं। और अच्छा पोस्ट भी मिलता है.
- यह एक ऐसा पाठ्यक्रम हैंं। जिसको करने के बाद आप अपना भी बिजनेस शुरू कर सकते हैं. क्योंकि इसमें आपको बिजनेस मैनेजमेंट की सारी जानकारी मिल जाता है. इसीलिए यदि आप चाहते हैं कि हम अपना व्यापार शुरू करें तो आप एमबीए करके कर सकते हैं।
- व्यापार को आगे बढ़ाने हेतु किन चीजों की आवश्यकता है. उन सभी चीजों की जानकारी प्राप्त कर लेते हैं जिससे आप यदि किसी कंपनी की काम करते हैं या स्वयं अपना व्यापार करते हैं उसमें आप अपने प्रोडक्ट या सर्विस को अच्छे से मार्केट आगे बढ़ा सकते हैं।
एमबीए करने के बाद सैलरी
किसी भी पाठ्यक्रम को करने के बाद सैलरी की बात होती हैं वैसे एक आंकड़ा पर हैंं। सामान्य तौर पर सैलरी डिपेंड करता हैंं। आप किस कॉलेज से एमबीए किए हैं, आपके पास किस तरह का जानकारी है, उसके आधार पर आप को सैलरी मिलता है.
इन सभी चीजों के आधार पर आपका सैलरी तय होता है. वैसे वर्तमान व्यवसाय प्रबंधन में स्नातकोत्तर करने वाले छात्र को शुरुआती सैलरी लगभग 20,000 से शुरू हो सकता है. लेकिन यह एक सामान्य आंकड़ा हैंं। वैसे एमबीए करने के बाद लोगों का सैलरी 100000 भी मिलता है. इसीलिए इस को एक सामान्य जानकारी ले सकते हैं।
सारांश
एमबीए क्या है की पूरी जानकारी दी गई हैंं। जिसमें इसका शुरुआत कैसे हुआ तथा कैसे कर सकते हैं। इन सभी को विस्तार से बताया गया हैंं। फिर भी यदि इस से संबंधित किसी प्रकार का सवाल है तो आप जरूर पूछें.
मेरा नाम रवि शंकर तिवारी है और मैं एक MBA (IT) Professional हॅू। जो पिछले 5 वर्षो से एक लेखक और डिजिटल मार्केटर के रूप में काम कर रहा हूँ। टेक्निकल बैकग्राउंड होने के कारण टेक्नोलॉजी, कंप्यूटर, ऑनलाइन कमाई, से संबंधित जानकारियों को शेयर करना मेरा पैशन हैं।