गेस्ट पोस्ट क्या है? जो भी नई वेबसाइट बनाते हैं. उन लोगों के वेबसाइट का कोई अपना आइडेंटिटी पहले से नहीं होता है. जिसके कारण उन्हें जो भी पुराने ब्लॉग वेबसाइट है. उस पर गेस्ट पोस्ट करना चाहिए. इसलिए हम आपको इस लेख में गेस्ट पोस्ट क्या है? किसे और किस वेबसाइट पर करना चाहिए तथा यह क्यों जरूरी है.
यह सब कुछ हम एक-एक करके समझाने वाले हैं. जिससे एक नए ब्लॉगर को अपने वेबसाइट का डोमिन अथॉरिटी इंक्रीज करने में मदद मिलेगा. वह अपने साइट का पहचान बना सकेंगे. जिससे उनका सर्च इंजन में रैंकिंग भी इंप्रूव होगा. देखिए एक नए डोमिन पर यूजर या फिर सर्च इंजन दोनों को बहुत जल्द ट्रस्ट नहीं होता.
लेकिन जब आप कुछ बड़ी वेबसाइटों से डू फॉलो बैकलिंक गेस्ट पोस्ट के माध्यम से बनाते हैं. तब आपके साइट का ट्रस्ट हंड्रेड परसेंट इंक्रीज होता है. लेकिन आपको गेस्ट पोस्ट करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, तो चलिए हम आपको अब नीचे एक-एक करके हर एक पॉइंट्स को समझाना शुरू करते हैं
गेस्ट पोस्ट क्या है
हम पिछले 5 वर्षों से अधिक समय से ब्लागिंग के क्षेत्र में काम कर रहे हैं. मेरा नाम रवि शंकर तिवारी है. हम आपको उन्हीं पॉइंट्स को इस लेख में शामिल करेंगे, जो स्वयं हम पिछले कई वर्षों से जो भी अच्छी साइट पर गेस्ट पोस्ट के माध्यम से करते आ रहे हैं. गेस्ट पोस्ट एक ऐसा माध्यम है. जिसके द्वारा जो भी बड़ी ब्लॉग वेबसाइट हैं.
जिनका डोमिन का एज 2 साल, 3 साल, 5 वर्ष या उससे अधिक समय से भी पुराना है. जो यूजर को ध्यान में रखते हुए कंटेंट प्रोवाइड करते हैं. लोगों की समस्याओं का समाधान करने के लिए काम करते हैं. किसी भी प्रकार के गलत कामों में शामिल नहीं होते हैं. वैसे ब्लॉग साइट पर हमें किसी भी बेहतर टॉपिक पर एक अच्छा आर्टिकल्स लिख करके शेयर करना चाहिए.
जिससे उस साइट पर आने वाले विजिटर को भी फायदा होता है तथा हम एक नए लेखक का पहचान भी लोगों के सामने एक अच्छी साइटों के माध्यम से जानने को मिल जाता है. जिससे एक लेखक एवं उनके वेबसाइट दोनों का ब्रांड वैल्यू बढ़ेगा.
कभी-कभी ऐसा होता है कि हम जाने अनजाने में वैसे किसी भी वेबसाइट पर गेस्ट पोस्ट शेयर कर देते हैं. जिससे फायदे की जगह पर नुकसान ही अधिक हो जाता है. इसलिए हमें कब, कहां और किस जगह पर अपने लेख को साझा करना चाहिए. यह भी हमें समझना चाहिए.
गेस्ट पोस्ट किसे करना चाहिए
लोगों के मन में यह आता है, तो इसका सही जवाब समझना चाहिए. एक उदाहरण से समझते हैं. जैसे आज कोई भी व्यक्ति एक नया वेबसाइट की शुरूआत किया है. उन्होंने अपना एक नया डोमिन खरीदा है. जिसके बाद पूरी सेटिंग्स करने के बाद एक अच्छा साइट तैयार कर लिया. अब वह किसी भी प्रकार की सेवा या फिर ब्लॉग लेखन का काम करना चाहता है. लेकिन अभी उसके डोमिन का पहचान मार्केट में या इंटरनेट पर बिल्कुल शून्य है. वैसे लोगों को ही गेस्ट पोस्ट करना चाहिए.
जिससे जब एक नई साइट किसी पुरानी वेबसाइट के साथ जुड़ेगी, तो आपस में एक संबंध स्थापित होगा. जिससे नए वाले डोमिन को एक सिग्नल प्राप्त होगा. जिससे यह पता चलेगा कि एक पुरानी मौजूद स्टेबलाइजर ब्लॉग ने हमारे नए ब्लॉग को एक पॉजिटिव रेफरेंस दिया हैं. जिससे यूजर को भी विश्वास होगा तथा उसके साथ-साथ सर्च इंजन को भी आपके साइड को समझने एवं रीड करने में आसानी होगा.
अतिथि पोस्ट कहां शेयर करना चाहिए
यह तो बहुत कठिन सवाल है. क्योंकि एक नए व्यक्ति को इसके बारे में बिल्कुल कुछ पता नहीं होता. लेकिन हम कुछ स्टेप बता रहे हैं. जिससे यह समझना आसान हो जाएगा कि हमें कहां एक अच्छा आर्टिकल्स को पब्लिश करवाना हैं. देखिए सबसे पहली बात वैसे किसी भी साईट जहां पर केवल ओरिजिनल हंड्रेड परसेंट रियल तरीके से काम किया जाता हैं. जिसका डोमिन अथॅरिटी बहुत ही अच्छा है. स्पैम स्कोर एक या दो है. जिस पर हर रोज कुछ न कुछ नया इनफॉर्मेशन साझा किया जाता हो. साइट को निरंतर अपडेट रखा जाता हो. जहां केवल 100% ऑथेंटिक इनफॉर्मेशन प्रदान किया जाता हो. वैसे साइटों पर गेस्ट पोस्ट करना चाहिए.
गेस्ट पोस्ट क्यों जरूरी हैं
एक उदाहरण से समझिए जैसे कोई एक व्यक्ति अपना नया दुकान खोलता हैं. तब उसके बारे में किसी को भी पता नहीं होता हैं. वहां पर कैसा सामान मिलता हैं. किस तरीके का रेट वहां पर दिया जाता है. सामान का क्वालिटी कैसा हैं तथा उसका मार्केट में आने वाले समय में किस तरीके का व्यवहार लोगों के साथ रहेगा. यह सब कुछ किसी को पता नहीं होता हैं.
लेकिन जब उस दुकानदार को किसी बड़े पुराने दुकानदार द्वारा लोगों को बताया दिया जाता है कि वहां पर जो नया शॉपिंग सेंटर खुला है. वहां पर बहुत अच्छा क्वालिटी के सारे सुविधा दी जाती है. तब सभी ग्राहक को उापर विश्वास हो जाता हैं. क्योंकि वहां पर एक पुराने अच्छे मार्केटस ने लोगों को गाइड किया है. ठीक ऐसे ही जब आप किसी पुरानी अच्छी वेबसाइटों से डू फॉलो लिंक प्राप्त करते हैं, तो आपको वहां से एक अच्छा रेफरेंस प्राप्त होता है. जिससे यूजर का और सर्च इंजन का 100% ट्रस्ट बिल्डअप होगा. इसीलिए अतिथि आर्टिकल्स करना चाहिए.
अतिथि पोस्ट के फायदे
गूगल सर्च सेंट्रल जहां पर गूगल का गाइडलाइन शेयर किया जाता है. वहां पर एक EAT के बारे में भी कुछ इनफॉर्मेशन दिया गया है. जिसके अनुसार वैसे ब्लॉग साइट जिसका Expertise Authoritativeness और Trustworthiness बेहतर होता है. वैसे साइटों पर गूगल ज्यादा भरोसा करता है.
अब आपको अपना एक्सपर्टीज दिखाने के लिए अपने अनुभव के बारे में अपने साइट पर इनफॉर्मेशन देना पड़ेगा. जबकि आपको अपने वेबसाइट पर Authoritativeness को बढ़ाने के लिए पुराने वेबसाइटों से डू फॉलो लिंक प्राप्त करना चाहिए तथा आपका Trustworthiness तब बढ़ता हैं.
जब निरंतर लोगों के लिए हाई क्वालिटी का कंटेंट प्रदान करते हैं. अपने प्राउड स्पेस में अपने कन्टैक्ट इनफॉर्मेशन को शेयर करते हैं. जिसके लिए गूगल माय बिजनेस पेज भी बनाना चाहिए. इससे भी Trustworthiness बढ़ता हैं. अब जब आप यह सब कुछ करते हैं. तब आपको इसका सर्च इंजन में बहुत ज्यादा फायदा होगा. जिससे आपके साइट का विजिबिलिटी सर्च इंजन में इंक्रीज होगा.
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गेस्ट पोस्ट के नुकसान
वैसे सामान्य तौर पर इसका तो कोई नुकसान नहीं होता. लेकिन जब इसका दुरुपयोग किया जाएगा. तब इसका बहुत ज्यादा नुकसान होगा. जैसे मान लीजिए कि आप एक ब्लॉगर हैं और आप वैसे किसी भी व्यक्ति या साइट का अतिथि पोस्ट स्वीकार कर लेंगे.
जो लोगों को भ्रमित करने वाला जानकारी देता हो. समाज में तनाव, गुमराह इत्यादि पैदा करता हो. वैसे वेबसाइट पर लोगों को भेजने का प्रयास करता हो. जहां पर ठगी, धोखाधड़ी के लोग शिकार हो सकते हैं. वैसे स्थिति में किसी दूसरे के साथ वैसा कंटेंट साझा करना या स्वयं अपने साइट पर स्वीकार करना. दोनों स्थिति में यह बहुत ही ज्यादा नुकसानदायक होगा. जिससे एक ब्लॉगर या वेबसाइट ऑनर को बचना चाहिए.
मेरा नाम रवि शंकर तिवारी है और मैं एक MBA (IT) Professional हॅू। जो पिछले 5 वर्षो से एक लेखक और डिजिटल मार्केटर के रूप में काम कर रहा हूँ। टेक्निकल बैकग्राउंड होने के कारण टेक्नोलॉजी, कंप्यूटर, ऑनलाइन कमाई, से संबंधित जानकारियों को शेयर करना मेरा पैशन हैं।