कंप्यूटर वायरस क्या होता है

कई प्रकार के कंप्यूटर वायरस का संक्रमण अब टेक्नोलॉजी के ऊपर भी हो रहे हैं। जिसके कारण फाइल फोल्डर डाटा को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। इन सभी वायरसों से बचने के लिए हमें क्या करना चाहिए। जिससे हमारे कंप्यूटर में उपलब्ध जितने भी डाटा है। उसको सुरक्षित रखा जा सके। नए-नए प्रकार का सॉफ्टवेयर लॉन्च किया जा रहा हैं।

जो डिवाइस में मौजूद डाटा को गायब कर सकते हैं तथा उसको पूरी तरह क्षतिग्रस्त भी कर सकेंगे। इन सभी हमले से सिस्टम को पूरी तरह सुरक्षित रखने के लिए कुछ जरूरी चीजों का ध्यान रखना चाहिए। इंटरनेट का उपयोग हर एक कंप्यूटर सिस्टम में किया जा रहा है। जिसके कारण नेट द्वारा भी कई प्रकार के वायरस सिस्टम में शामिल हो जाते हैं।

जिससे सुरक्षित रखना एंटीवायरस एकमात्र विकल्प है। वैसे इनदिनों कई प्रकार के एंटीवायरस मौजूद हैं। उनमें सबसे बेस्ट कौन सा है। जिससे आपके डिवाइस को पूरी तरह सुरक्षित रखा जा सकेगा। इस लेख में इन सभी चीजों को एक-एक करके नीचे विस्तृृत नॉलेज प्राप्त करेंगे।

कंप्यूटर वायरस क्या है

यह एक प्रकार का प्रोग्राम होता है। जो किसी भी सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर डिवाइस में घुस कर धीरे-धीरे उसको नष्ट करने लगते हैं। कुछ हैकरो द्वारा डाटा को खत्म करने के लिए भी इस तरह का प्रोग्राम बनाए जाते हैं। जो कि एक बीमारी की तरह होता है। एक बार किसी भी सिस्टम को अपने काबू में कर लेने के बाद उसको पूरी तरह से बर्बाद कर देता हैइसके बाद जितने भी महत्वपूर्ण विवरण होते हैं. वे सब मिट जाते हैं।

इसे एक प्रकार का हानिकारक तत्व भी कहा जाता है। जिसको किसी भी टारगेटेड सिस्‍टम में पहुंचने के लिए इंटरनेट का भी इस्तेमाल किया जाता है।

computer virus in hindi language - कंप्यूटर वायरस

कंप्यूटर वायरस के दुष्परिणाम

वैसे इसके बहुत ही दुष्परिणाम होते हैं। जिससे एक लैपटॉप पूरी तरह से सक्रिय रूप से काम करना बंद कर देता है। जिसके कारण कई प्रकार का समस्या उत्पन्न होता है।

  • स्पीड प्रभावित करना
  • फाइल फोल्डर बर्बाद कर देना
  • डाटा को सक्रिय रूप से काम करने से रोकना
  • सॉफ्टवेयर चालू होने में बाधा पहुंचाना
  • लैपटॉप पूरी तरह से साफ कर देना
  • हार्ड डिस्क में मौजूद मेमोरी को कार्य करने से रोकना।

कंप्यूटर वायरस के कुछ प्रकार

वैसे तो वर्तमान में कई प्रकार के नए-नए वायरस भी मार्केट में दिखाई पड़ रहे हैं। लेकिन कुछ पॉपुलर वायरस की जानकारी हम नीचे विस्तार से एक-एक करके प्राप्त करेंगे।

Boot Sector 

यह पूरी तरह से सीपीयू के मदरबोर्ड पर हमला करते हैं। जिससे एक सिस्टम को फिर से रिकवर करना भी बहुत मुश्किल होता है। क्योंकि एक बार यह उस पर हावी हो जाते हैं। जिसके बाद सिस्टम फॉर्मेट करना ही एक मात्र ऑप्शन होता हैं। जिससे इसको फिर से हटाया जा सके।

Micro

यह एक छोटे प्रकार का वायरस होता है। जो कुछ छोटे-छोटे ही फाइल प्रभावित करता है। इसको हटाने के लिए कोई एंटीवायरस इंस्टॉल किया जा सकता है। जिसके बाद इसको पूरी तरह से सिस्टम से हटाया जा सकता हैं।

इंटरनेट के माध्यम से प्रवेश करने वाले कंप्यूटर वायरस का नाम नेटवर्क है। जब किसी भी सिस्टम को इंटरनेट से जोड़ा जाता है। उसके बाद लोकल एरिया नेटवर्क द्वारा इस तरह का संक्रमण ज्यादातर फैलते हैं।

File Infector 

लैपटॉप, डेक्‍सटॉप में मौजूद फाइलों को पूरी तरह से प्रभावित करने के लिए यह काम करता है। एक बार जब यह प्रवेश कर जाता है। उसके बाद उस फाइल को फिर से ओपन करना काफी चुनौतीपूर्ण होता है।

Malware 

यह भी इंटरनेट द्वारा प्रभावित करने वाला वायरस है। क्योंकि जब नेटवर्क से हम सिस्टम को कनेक्ट करते हैं। उसके बाद यह किसी भी डेक्‍सटॉप में प्रवेश करता है। जिसको हटाने के लिए किसी बेहतर एंटीवायरस का उपयोग किया जा सकता हैं।

Browser Hijacker 

किसी ब्राउज़र द्वारा प्रवेश करने वाले वायरस को ही ब्राउज़र हाईजैकर कहेंगे। यह इंटरनेट द्वारा सिस्टम डाटा को हैक करने के लिए ज्यादातर प्रयोग में हैकर द्वारा लाया जाता हैं।

Encrypt 

एक प्रकार का सूक्ष्म वायरस होता हैं। जो धीरे-धीरे कंप्यूटर को स्लो करते हैं। इंक्रिप्टेड संक्रमण को पकड़ना भी बहुत कठिन काम होता है। क्योंकि यह कीड़ों की तरह बहुत ही छोटे आकार में होकर एक सिस्टम प्रभावित करते है।

कंप्यूटर वायरस के लक्षण

जब किसी भी सिस्टम में काम सुचारू रूप से करने में किसी तरह की समस्या उत्पन्न होने लगे। तब आपको समझना चाहिए कि इसमें वायरस का कुछ प्रभाव दिखाई पड़ रहा है। ऐसी स्थिति में आप अपना कंप्यूटर फॉर्मेट कर सकते हैं। यदि संभव हो तो आप किसी अच्छे एंटीवायरस का उपयोग करके भी फिर से अपने कंप्यूटर को तेज गति प्रदान कर पाएंगे।

कंप्यूटर को सुरक्षित कैसे रखें

अपने कंप्यूटर में एंटीवायरस का उपयोग करना चाहिए। जिससे किसी भी प्रकार के वायरस संबंधित खतरों से बचा जा सकेगा। ऑनलाइन ट्रांजैक्शन, सिक्योरिटी, फाइल फोल्डर को सुरक्षित करने के लिए एंटीवायरस एक मात्र विकल्प हैं। क्योंकि यह सिस्‍टम को पूरी तरह से सुरक्षा प्रदान करता है। अब इसमें भी कई कंपनियों काा सॉफ्टवेयर प्रोग्राम बनाए जा रहे हैं। जिनमें आपको एक अच्छे Anti प्रोग्राम अपने सिस्टम के लिए लेना चाहिए।

वायरस फैलने से कैसे रोके

किसी दूसरे जगह से हम पेन ड्राइव में मौजूद डाटा को अपने सिस्‍टम में जब एक्सेस करते हैं। तब दूसरे कंप्यूटर का जो भी वायरस होता हैं। वह पेन ड्राइव द्वारा हमारे अपने लैपटॉप में इंटर कर जाता है। इससे बचने के लिए एक चीज का ध्यान रखना चाहिए। हमें अपने पेन ड्राइव को वैसे ही जगह पर उपयोग करना चाहिए। जहां पर पहले से ही एंटीवायरस मौजूद है। तब जो भी डाटा हम वहां से लेते हैं और फिर अपने पास उसका उपयोग करते हैं, तो वायरस फैलने का फैलने का कोई चांस नहीं होता हैं।

सारांश

कंप्यूटर वायरस को फैलने से कैसे रोका जा सकता है। इसके लिए जरूरी क्या बचाव के संसाधन है। उन सभी चीजों के बारे में यहां पर विस्तार से बताया गया हैं। फिर भी यदि आपको इससे संबंधित किसी प्रकार के सवाल या सुझाव मन में आ रहे हैं, तो कृपया हमें कमेंट बॉक्स में लिख सकते हैं। जिसका हम जवाब देने का जरूर प्रयास करेंगे।

Leave a Comment