बीटेक क्या हैं? पूरी जानकारी 2024

बीटेक क्या हैं? वर्तमान सबसे लोकप्रिय कोर्स बीटेक इंजीनियरिंग है. अधिकतर छात्र बीटेक के प्रति बहुत ज्यादा आकर्षित हैं.

बीटेक एक अंडरग्रैजुएट्स कोर्स है. जिसमें टेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग की जानकारी दिया जाता है. पहले एक समय हुआ करता था जब बीए, बीएससी, बीकॉम कोर्स को सबसे ज्यादा लोकप्रिय माना जाता था.

लेकिन आज इन सभी डिग्री का उतना ज्यादा महत्व नहीं है. जिसके चलते आज हर छात्र इंजीनियरिंग करना चाहता है जिसमें बीटेक कंप्यूटर साइंस, सिविल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल , ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रिकल आदि को सबसे ज्यादा लोग पसंद कर रहे हैं.

बीटेक क्या होता है

बीटेक एक प्रकार का प्रोफेशनल कोर्स है जिसको 12वीं पास करने के बाद किया जाता है. स्नातक श्रेणी में आने वाला यह एक सबसे महत्वपूर्ण कोर्स है. जितने भी स्नातक स्तरीय डिग्री है उन सभी का Duration 3 साल का होता है. जबकि इस का Duration 4 साल का होता है.

भारत में अंडर ग्रैजुएट लेवल के बहुत से कोर्स हैं जैसे बीए, बीएससी, बीकॉम, बीसीए, बी फार्मा, एलएलबी, बैचलर ऑफ जर्नलिज्म, के अलावा और भी कई डिग्री हैं जोकि किया जाता है उन सभी कोर्सों में और बीटेक कोर्स में काफी अंतर है.

क्योंकि बीटेक करने के बाद इंजीनियर की उपाधि प्राप्त होता है जबकि ऊपर बताए गए कोर्स जैसे बीए, बीएससी, बीकॉम इत्यादि को करने के बाद एक सामान्य अंडर ग्रेजुएट की उपाधि मिलती है.

b tech kya hai - बीटेक

बीटेक कोर्स की महत्वपूर्ण पॉइंट्स

KeyPoints
डिग्री का नामबैचलर आफ टेक्नोलॉजी
प्रचलित नामबीटेक
लेवेल अंडरग्रैजुएट्स
ड्यूरेशन4 साल
सेमेस्टर ड्यूरेशनSix Months
एडमिशन प्रक्रियाएंट्रेंस एग्जाम एवं अन्य
योग्यता12वीं पास फिजिक्स केमिस्ट्री मैथ किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से
कोर्स फीएक लाख से दस लाख तक सालाना
टॉप इंजीनियरिंग कॉलेजआईआईटी, एनआईटी, बीआईटीएम, आईटीआईटीएस इत्यादि
टॉप कंपनीगूगल, एप्पल, माइक्रोसॉफ्ट, अमेजॉन, फ्लिपकार्ट, टाटा कंसलटेंसी, इंटेल, हिंदुस्तान युनिलीवर, एसेंचर, विप्रो, डेल आदि।
बीटेक में कैरियरकंप्यूटर साइंस , इलेक्ट्रिकल , मरीन , सिविल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल , ऑटोमोबाइल इत्यादि

बीटेक

भारत में इंजीनियर को एक सामान्य की दृष्टि से देखा जाता है तथा एक बेहतर इंजीनियर को भारत के जो भी बेहतर कंपनी है उनके द्वारा एक बेहतर नौकरी भी ऑफर किया जाता है. इसीलिए आजकल बीटेक कोर्स को बहुत ज्यादा लोग पसंद कर रहे हैं. 

वैसे पहले भी बीटेक को बहुत ज्यादा पसंद किया जाता था लेकिन उन दिनों बहुत कम ही लोग इसको करते थे क्योंकि लोगों को जानकारी कम था पैसा की समस्या थी कॉलेज कम थे और बैचलर आफ टेक्नोलॉजी के नाम से लोग काफी डर जाते थे 

क्योंकि यह सभी छात्रों हेतू करना संभव नहीं था. बीटेक करने के लिए बहुत ही ज्यादा मेहनत की जरूरत है तभी इस क्षेत्र में एक बेहतर कैरियर को बनाया जा सकेगा. 

सामान्य तौर पर और भी जो अंडरग्रैजुएट कोर्स हैं उसके तुलना में बीटेक करने वाले छात्र को कुछ एक्स्ट्रा मेहनत के साथ बेहतर तरीकों से पढ़ाई को आगे बढ़ाना होगा. जिससे बैचलर आफ टेक्नोलॉजी करने के बाद समाज देश हेतू कुछ वैसा कार्य करके दिखाएं जिससे देश समाज को एक नई आयाम स्थापित किया जा सके.

वैसे हर साल लाखों की संख्या में बीटेक कोर्स करके इंजीनियर बनते हैं लेकिन उनमें से बहुत कम वैसे इंजीनियर होते हैं जो कि बेहतर नौकरी प्राप्त कर पाते हैं 

इस कोर्स करने के बाद भी बहुत से ऐसे छात्र हैं जिनको बेहतर नौकरी नहीं मिल पाता हैं. जिसके पीछे कारण यह है कि वह पढ़ाई को सही तरीके से नहीं करते हैं 

जिसके कारण उनको नौकरी के लिए भटकना भी पड़ता हैं. इसलिए इस डिग्री को करने से पहले इसका तैयारी करें उसके बाद एक बेहतर कॉलेज का चयन करें

योग्यता

वैसे छात्र जो बीटेक करना चाहते हैं उनको किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड स्कूल कॉलेज से फिजिक्स केमिस्ट्री मैथ विषय के साथ 12वीं पास होना चाहिए. 

इसमें एडमिशन कराने से पहले एक छात्र को यह भी निर्णय लेना पड़ता है कि उसको सरकारी कॉलेज से या प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज से बीटेक करना है. इस को निर्धारित करने के लिए एक छात्र को 12वीं में बेहतर अंक प्राप्त करना होता है.

यदि कोई छात्र 12वीं क्लास में 70 परसेंट से ज्यादा अंक प्राप्त करता है तो उसके लिए सरकारी या प्राइवेट दोनों कॉलेज में एडमिशन कराने के लिए एलिजिबल है. लेकिन बेहतर कॉलेज में एडमिशन कराने के लिए सबसे पहले इंजीनियरिंग का एंट्रेंस एग्जाम को Qualify करना पड़ता है.

जिसके लिए जेईई मेंस का एक्जाम देना पड़ता हैं. उसके बाद जेईई मेंस में यदि आप बेहतर अंक प्राप्त करते हैं तो बेहतर संस्थान जैसे आईआईटी एनआईटी इंजीनियरिंग कॉलेज में आसानी से दाखिला मिल जाता है.

लेकिन यदि जेईई मेंस में बेहतर अंक प्राप्त नहीं होता है तो वैसे छात्र को प्राइवेट कॉलेजों में इंजीनियरिंग के लिए एडमिशन कराना पड़ता है. लेकिन बेहतर प्राइवेट कॉलेज में भी एडमिशन कराने के लिए राज्य स्तरीय इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम देना पड़ता हैं. 

Other State Exam

जैसे पश्चिम बंगाल के जितने भी प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज हैं उसमें यदि एडमिशन कराना हो तो उसके लिए WBJEE का एंट्रेंस एग्जाम देना पड़ता हैं. इसी प्रकार कर्नाटक में Comedk का इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम देना पड़ता है.

वैसे छात्र जो किसी भी इंट्रेंस एग्जाम में बेहतर अंक नहीं प्राप्त कर पा रहे हैं उनके लिए डायरेक्ट एडमिशन किसी भी प्राइवेट कॉलेज में करा सकते हैं. 

किसी भी प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन कराने के बाद 4 साल अच्छे से मेहनत करके बीटेक को पूरा करते हैं तो आगे अपने कैरियर को बेहतर बना सकते हैं.

कोर्स ड्यूरेशन

बीटेक कोर्स का ड्यूरेशन 4 साल का होता है जिसमें 8 सेमेस्टर का पढ़ाई किया जाता है. हर एक सेमेस्टर का डोनेशन 6 महीने का होता है. इन 4 सालों में 8 सेमेस्टर का अलग-अलग एग्जाम क्वालीफाई करना पड़ता हैं.

बीटेक स्पेशलाइजेशन और ब्रांच

इसमें कई अलग प्रकार का स्पेशलाइजेशन होता है जो एक छात्र अपने रूचि के अनुसार चयन करता हैं. यदि आप एंट्रेंस एग्जाम क्वालीफाई कर के किसी भी कॉलेज में जाते हैं तो कॉलेज द्वारा आपके एंट्रेंस एग्जाम के Marks के अनुसार आपको स्पेशलाइजेशन दिया जाता हैं.

  • बीटेक in Civil Engineering
  • Computer Science
  • Information Technology
  • Mechanical
  • Electrical and Electronics Engineering
  • Production Engineering 
  • Food Technology 
  • Electronics
  • Software Engineering 
  • Cyber Security
  • Marine Engineering 
  • Agriculture Engineering 
  • Chemical Engineering 
  • Genetic
  • Electrical
  • Petroleum Engineering 
  • Plastic Engineering

बीटेक सिलेबस

1st Semester2nd Semester
Physics I Data Structure 
Mathematics I Writing Skills
Chemistry Mathematics II 
Computing Fundamental and C Physics II 
Workshop Practice World Civilizations 
Communication and Presentation Skills Basic Electrical and Electronics Practice
Joy of EngineeringEnvironmental Studies
3rd Semester4th Semester
Mathematics IIIEmerging Life Sciences 
Critical Reasoning and System Thinking Material Science and Application
Engineering Drawing & Computer Aided Graphics Object Oriented Programming 
Etiquette and conversational skillsDatabase Management System 
Computer Organization and ArchitectureComputer Networks 
Discrete MathematicsDesign and Analysis of Algorithms 
Fundamentals of Digital LogicOperating Systems
5th Semester6th Semester
Understanding Business Contemporary Challenges: Societal and Political 
Selling, Negotiating and Persuading SkillsMachine Learning and Data Mining 
Software Engineering Cryptography 
Optimization Techniques Internet of Things 
Artificial Intelligence Mobile Architecture and Programming
Microprocessor-Based System Design
7th Semester8th Semester
Innovation and EntrepreneurshipPractice School III
Good Citizenry 
Distributed System

भारत के टॉप प्रमुख सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज

इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी मुंबईइंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी दिल्ली
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी मद्रासइंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस
जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी दिल्लीबनारस हिंदू यूनिवर्सिटी दिल्ली
दिल्ली यूनिवर्सिटीकोलकाता यूनिवर्सिटी
केरला यूनिवर्सिटी

भारत के टॉप प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज

बीआईटीएस पिलानीआईसीटी मुंबई
भीआईटी वेल्लोरथापर इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी पटियाला
इंडियन इंस्टीट्यूट आफ स्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी तिरुवंतपुरमआईटीआर भुनेश्वर
बीआईटी मिश्रा रांचीएमिटी यूनिवर्सिटी नोएडा
एसएससीई चेन्नई

बीटेक कोर्स के फायदे

टेक्नोलॉजी का दिनोंदिन विकास हो रहा हैं. जिसके कारण आज हर काम कंप्यूटर से ही किया जा रहा हैं. इसलिए कोई भी छात्र चाहे किसी भी फील्ड में काम करने के लिए उत्सुक हो. उसे काम करने के लिए कंप्यूटर का उपयोग जरूर करना पड़ेगा.

इसलिए बीटेक कोर्स का सबसे बड़ा फायदा हैं. आप कंप्यूटर टेक्नोलॉजी में  कैरियर बना ही सकते हैं 

उसके साथ साथ किसी भी क्षेत्र में अपने कैरियर को आगे बढ़ा सकते हैं क्योंकि टेक्नोलॉजी कंप्यूटर की जानकारी रखने से एक छात्र को किसी भी फील्ड में नौकरी आसानी से मिल जाता है. इसलिए वर्तमान समय में कंप्यूटर का कोई भी डिग्री किसी भी छात्र के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है.

बीटेक कोर्स के बाद केरियर

बीटेक. कोर्स यदि किसी भी स्पेशलाइजेशन के साथ करते हैं उसका उपयोग प्राइवेट या सरकारी दोनों जगह पर उदाहरण के लिए यदि आप मैकेनिकल से बीटेक करते हैं मेकेनिकल इंजीनियर के रूप में काम कर सकते हैं 

मैकेनिकल इंजीनियर का काम हैं. ऑटोमोबाइल के क्षेत्र में नए तरह की मशीनरी चीजों का अविष्कार करना उस पर काम करना वैसे ही यदि आप कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग करते हैं सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, सॉफ्टवेयर टेस्टिंग, सॉफ्टवेयर मेंटेनेंस, सॉफ्टवेयर टेस्टर के रूप में काम करने का मौका मिलता हैं.

ठीक इसी प्रकार यदि किसी भी स्पेशलाइजेशन से बैचलर आफ टेक्नोलॉजी करते हैं तो उसका उपयोग भारत के साथ-साथ विदेशों में भी बहुत ज्यादा है. भारत में बीटेक करने के बाद शुरुआत में 20000 से लेकर 50 हजार एक लाख तक का सैलरी मिल सकता हैं. लेकिन उसके लिए छात्र के जानकारी पर निर्भर करता है.

सारांश

बीटेक की पूरी जानकारी दी गई हैं यदि इससे संबिधित कोई सवला या सुझाव हो तो कंमेंट बॉक्‍या में लिखें।

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